What to do after taking meal?
भुक्त्वैवं सुखमास्थाय तदन्नं परिणामयेत् ।
इतिहासपुराणाभ्यां वेदार्थानुपबृंहयेत् ।।
भोजन करके सुखपूर्वक बैठकर उस अन्नको पचाना चाहिये और इतिहास तथा पुराणोंके द्वारा वेदके रहस्योंको विस्तारपूर्वक समझना चाहिये।
कूर्म पुराण




कितना सरल कार्य है न ?
बाते छोटी , सरल और आचरण योग्य है और इनके परिणाम सूक्ष्म और स्थूल शरीर पर अभूतपूर्व है | किसी पश्चिमी वैज्ञानिक को इसके प्रमाण देने तक रुके नहीं ! आज ही जीवन चर्या में बदल लाएँ ! जी हाँ, चिंतन \ मनन करने से पहले इतिहास \ पुराण\ वेद का श्रवण \वाचन से अभ्यास आवश्यक है
ब्रह्म मुहूर्त के काल में अध्ययन और तीसरा पहर आते आते उसी रहस्यों पर चिंतन \ मनन ! 



शुभ रात्रि 

Very well said
Thanks for raising and floating this concept