धर्म-मूलक विवाह नहीं हो रहे|अर्थ-मूलक समझौते ज्यादा टिकते नहीं|अराजकता बढ़ेगी|वानप्रस्थाश्रमकी जगह वृद्धाश्रम बढ़ेंगे|
भारतमें विवाह की ऋतु चल रही है | कितने सारे नए वर-वधू ! कितनी प्रबल गृहस्थी संभावनाए ! नवदंपती राष्ट्रीय और सामाजिक बल बनने की जगह ग्लैमरमें लगे हुए है | कोरोना काल में हनीमून की चिंता में पड़े है| अफसोस। सामाजिक ताकतों के रूप में तैयार होने के बजाय( जो शादी के बाद उनका प्राथमिक कर्तव्य है), उनमें से अधिकांश को शादी के दिन, XYZ फोटोशूट, भोजन और हनीमून के लिए बेहतर दिखने के लिए तैयार किया जाता है। न तो उनके माता-पिता, न ही उनके शुभचिंतक उनके भविष्य को लेकर चिंतित हैं।
गृहस्थ (या विवाहित) समाज का आधार स्तंभ है। जब उन्हें समाज के सामाजिक बल के लिए प्रशिक्षित नहीं किया जाता है, तो हमें वृद्धाश्रम जैसी आउटसोर्सिंग सेवाओं की आवश्यकता होती है। और स्कूल व्यवसाय बन जाते हैं।
यदि आप इस सीज़न में शादी में भाग ले रहे हैं, तो युगल को अपने जीवन के मूल्य को एक साथ महसूस करने में मदद करें। एक और जोड़े को स्वयं के साथ बचाओ।
This is marriage season in India. So many new couples on the horizon. Ideally, they are passing through such a social force for the society in the future. Alas. Instead of being groomed as social forces which is their primary duty after marriage, most of them are groomed to look better for wedding day, XYZ photoshoots, food and honeymoon. Neither their parents, nor their well-wishers are worried about their future.
Ideally, married couple’s daily routine should constantly roam around their dharma i.e. their duties to take care of education, healthcare and elderly of the society. One or another social cause should be their goal. But instead, they, after marriage, are busy in minting money and planning next anniversary honeymoon!
Grihastha (or married ) is pillar of the society. When they are not trained to be social force of the society, we need outsourcing services like old age homes. And schools become businesses.
One Sanskar gone doomed, entire system goes haywire.
If you are attending marriage this season, help the couple to realize value of their life together. Save one more couple obsessed with self.