क्या आप भी रात के २ बजे तक वेब सीरीज के व्यसनी हो चुके हो?
संभाल जाओ!
The glow of a lightbulb or smartphone at night can mess with the body’s circadian rhythm. Now, a new study suggests that exposure to artificial light after midnight may raise the risk of developing type 2 diabetes.
रात में बल्ब या स्मार्टफोन की रोशनी शरीर की कोश-कालिय-लय(circadian rhythm) को बिगाड़ सकती है। अब, एक नए अध्ययन से पता चलता है कि आधी रात के बाद कृत्रिम रोशनी के संपर्क में आने से टाइप 2 डायबिटीज़ होने का खतरा बढ़ सकता है।
आयुर्वेद में मधुमेह नाम से व्याधि है। मधुमेह आधुनिक diabetes नहीं है किन्तु, इस बार रोग-निदान योग्य है।
मधुमेह में दो शब्द है।
- मधू – जो मानसिक संतुष्टि दे वह। अर्थात विषय भोग से उत्पन्न सुख।
- मेह – अत्यधिक उत्सर्जन
सूर्यास्त के बाद, प्रभावी कृत्रिम प्रकाश अर्थात मन का बलात उपयोग। सुख और संतुष्टि का अत्यधिक उत्सर्जन । इससे निश्चित प्राण निर्बल होता है।
“लोगों को रात्रि प्रकाश से बचने की सलाह देना एक सरल और लागत प्रभावी रोगप्रतिकारक औषध है, जो टाइप 2 मधुमेह के वैश्विक स्वास्थ्य बोझ को कम कर सकती है।”
Reference:
https://www.thelancet.com/journals/lanepe/article/PIIS2666-7762(24)00110-8/fulltext