Gadgets, Sleep pattern, teens’ brain development and shaping of future citizens

Marut

Sleep

Wednesday, 5 Jan, 2023

सारांश : रात को कृत्रिम प्रकाश मे जागने वाले तरुणों के मस्तिष्क का White Matter अविकसित रहता है जो की आगे जा कर बच्चे का संज्ञानात्मक, भावनात्मक और व्यवहारिक विकास विक्षुब्ध कर देता है।

संतुलित बाल विकास हेतु, मुख्य चार आयाम पर मातापिता, शिक्षक, शिक्षण संस्था और समाज को गंभीर होना आवश्यक है। (1) आहार, (2) निद्रा, (3) ब्रह्मचर्य (4) व्यवहार और संवाद (कुछ महत्वपूर्ण व्यवहारिक संवाद हिस पर ध्यान देना चाहिए – बालक-पालक,पालक-समाज,बालक-शिक्षक,बालक-मित्रगण,बालक-समाज, बालक-माहिती माध्यम(फोन,टीवी,पुस्तक))

आज बात करते है – निद्रा की।

कईं बार यह देखा गया है की कुमार और तरुण अवस्था में (boyhood,teenhood) आते बच्चों के मानस में आमूल परिवर्तन या जाता है। विवेक बुद्धि का प्रादुर्भाव हो रहा हो ऐसा अनुभव आपको होगा। यह ऐसा काल है जब उनके मस्तिष्क में ज्ञान तंतुओ के बीच बनने वाले जोड़ की गति सर्वोच्च होती है । यही प्रक्रिया से शरीर मन और बुद्धि को विवेक पूर्ण कर्म करने हेतु तैयार होता है।

पिछले कुछ वर्षों से कृत्रिम प्रकाश और बदलती दिनचर्या के कारण यह मस्तिष्क विकास की प्रक्रिया में बदलाव आया है । यह बदलाव ही आज के समय के तरुणों के विकृत मानस का कारण हो सकता है।

एक संशोधन के अनुसार :

जो किशोर जो प्रारंभिक किशोरावस्था (लगभग 12-13 वर्ष की आयु) में रात के उल्लू बनने ने लगे (टीवी,मोबाइल,पढ़ाई,पार्टी आदि कारण से) गए थे, उनमें कई वर्षों बाद व्यवहार संबंधी समस्याएं होने की संभावना अधिक थी। इसमें अधिक आक्रामकता, नियम-तोड़ने और असामाजिक व्यवहार शामिल थे।

भोग हेतु रात्री जागरण से मस्तिष्क का व्हाइट मैटर विकसित होना बंध हो जाता है। व्हाइट मैटर से संज्ञानात्मक, भावनात्मक और व्यवहारिक विकास होता है। सोचो आजकल तो 2-3 वर्ष की आयु से, मातापिता की अज्ञानता के कारण, अधिक से अधिक घरों में बच्चे 11 बजे से पहले सोते नहीं!

जागो! और बच्चों को जल्दी सोने दो! उनको पर्याप्त निद्रा लेने दो!


It’s 11 pm on a weeknight and your teenager still has their bedroom light on. You want them to get enough sleep for school the next day, but it’s a struggle.

Our new research shows what happens to the brains and behavior of young teenagers, years after they’ve become “night owls”.

We found this shift in sleep pattern increased the risk of having behavioral problems and delayed brain development in later adolescence.

Our research also showed that teens who shifted to becoming a night owl had a different rate of brain development than teens who remained morning larks.

We found the white matter of night owls didn’t increase to the same degree as teens who were morning larks.

We know growth of white matter is important in the teenage years to support cognitive, emotional, and behavioral development.


Read more : https://www.sciencealert.com/teens-brains-develop-differently-depending-on-if-theyre-night-owls-or-early-birds

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