अग्निबल सम्यक है – कैसे पता करेंगे?
भोजन का सम्यक पचन ही है अग्निबल का द्योतक
सम्यक पचन के लक्षण ?
उद्गारशुद्धिरुत्साहो वेगोत्सर्गो यथोचितहः। लघुता क्षुत्पिपासा च जीर्णाहारस्य लक्षणम्॥
- माधव निदान
शुद्ध डकार आना
कार्य में उत्साह
मलमूत्र की उचित प्रवृति
शरीर में लघुता – हलका पन
अच्छी भूख और प्यास लगना
यह आहार के सम्यक पचने के लक्षण है।
यदि भोजन का सम्यक पाचन नहीं हुआ है तदपि कोई भोजन करता है तो क्या होता है? – अजीर्ण, आम, मंदाग्नि
सर्वेपि रोगाः मन्दाग्नौ।
सर्व रोगों का मूल मंद अग्नि ही है।
परीक्षा थोड़ी सरल करते है – क्या आप ब्रह्म मुहूर्त में, हर दिन, एक समय पर , बिना अलार्म के उठ सकते हो ? उठने के बाद स्वस्थता का अनुभव करते हो? बिना आलस किए, सीधे काम पर लग जाते हो ? शरीर का एक भी अंग भारी नहीं लगता ? तो समझो के अग्नि बल सम्यक है !
अग्निबल को सम्यक केसे किया जाय??