क्रिया योग का एक साधन है स्वाध्याय | क्या है स्वाध्याय ?
स्वाध्यायः प्रणवादिपवित्राणां जपो मोक्षशास्त्राध्ययनं वा।
(१) पवित्र मंत्रों का जप
(२) मोक्ष शास्त्रों का अध्ययन (श्रवण, मनन, चिंतन, निदिध्यासन )
सर्वेक्षण कीजिए – आपके आसपास, कितने सनातन जीव स्वाध्याय रत है ? ऐसी छोटी छोटी बातों की उपेक्षा करते करते, हम स्वप्न देखते है अखंड भारत का , प्रार्थना करते है अवतार के अवरोहण की ! व्यक्तिगत स्तर पर साधना के लोप से कैसे होगा यह सब ? भ्रांत भाव तोड़िए और लग जाएँ साधना में | सब कुछ जो स्वप्न में है, वास्तविक बनने लगेगा |