#prachodayatHealth कल मैंने अल्युमिनियम के संदर्भ में एक छोटा स संकेत दिया था की वह २०० से अधिक जैविक प्रक्रिया में बाधा डालता है | बात की गंभीरता बढ़ाने हेतु, थोड़ा विस्तार में लिखूँगा | पितृ पक्ष चल रहा है न ? तो बात भी पितृ दोष की ही है !
खाना पकाने के बारे में कुछ बातें जिन्हें हम उपेक्षा कर देते हैं। ऐसी ही एक बात है रसोई घर में एल्युमिनियम का उपयोग।
एल्युमीनियम विष है लेकिन चूंकि यह पृथ्वी की पपड़ी में प्रचुर मात्रा में है, इसलिए हम इसे सस्ते विकल्प के रूप में उपयोग करते हैं। खासकर मेगा किचन (होटल,रेस्टोरेंट,प्रसंग में) में।
जब तक हमारे DNA रक्षित है और वह नए बन रहें कोशों में नियंत्रित रूप से रूपांतरित होते है तब तक स्वास्थ्य है ! DNA की संरचना में एक तत्त्व है फास्फैट | फॉस्फेट बैकबोन डीएनए डबल हेलिक्स का हिस्सा है जो अणु को संरचनात्मक सहायता प्रदान करता है।
अल्युमिनियम अतिशय positively charged धातु है ! यह DNA के phosphate backbone को गिरा देता है ! हमारे डीएनए में फॉस्फेट होता है। एल्युमीनियम इससे जुड़ जाता है और हमारी आनुवंशिक कोडिंग प्रक्रिया को खराब कर देता है।
आनुवंशिक प्रक्रिया को तोड़ना अर्थात पितृ गण का अनादर ! (यदि आज पुराण लिखा जाता तो ऐसा ही लिखा जाता की जिस घर में अल्युमिनियम है वहाँ पितृ गण का श्राद्ध फल नहीं देता , पितृ तृप्त नहीं होते है पितृ दोष बैने रहते है !)
DNA की विरासत टूटने पर न मात्र आप रोग ग्रस्त हो सकते हो पर आपकी आनेवाली पीढ़ियों को भी यह पितृ दोष लग जाएगा !
zomato , swiggy का भोग त्याग कीजिए ! टिफिन में अल्युमिनियम फॉइल उपयोग करते हो तो आज से ही त्याग दीजिए ! जागे तब से प्रभात !
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