
prachodayathealth
प्रज्ञा अपराध = अनियमित दिनचर्या, जिह्वा-लंपट भोजन, निद्रा की कमी, अर्थोपार्जन का तनाव, पारिवारिक तनाव, Geopolitics का तनाव 😃, काम-क्रोध-लोभ-शोक-ईर्षा ग्रस्त मन, आधुनिक विष युक्त औषध,पानी और आहार
प्रज्ञा अपराध कर हम अग्नि मंद करते है । अग्नि मंद होने से कोष्ठ के जीवाणु का असंतुलन उत्पन्न होता है, जो की अन्य सभी रोगों का मूल है ।
प्रज्ञा अपराध दूर करो, सदाचारी, संयमित जीवन दृढ़ करो और सभी बीमारियों से बचो ।