21 June Yoga Day

Nisarg Joshi

thoughts

योग और शिक्षण परंपरा
भारत की शिक्षण परंपरा अनंत काल से प्रकृति दत्त है। प्राथमिक शिक्षण तो प्रकृति में ही हो। पिकनिक और कभी कभी होनेवाला विहार प्रयाप्त नही!
आप पढ़े लिखे तो आप शास्त्र की बात नहीं मानोगे न…विज्ञान और आधुनिक संशोधको की स्वीकृति के बाद भी यदि आप बच्चों को शिक्षण के नाम पर प्रति दिन ६ से ८ घंटे दीवारों के मध्य बंध रखते हो तो फिर और क्या कहना?
कलियुग है भाई…
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प्राण
प्राण Leakage: Primary reason for premature death.
Biggest leakage of prana is by irregular and uncontrolled आहार, निद्रा, मैथुन
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21 June Schedule
प्रातःकाल : आसन, प्राणायाम, योग , फलाना ढिकाना
सायं काल : “कहाँसे बिरयानी ऑर्डर करनी है? zomato या swiggy से?”
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सूर्यनमस्कार व्यायाम नहीं उपासना है
सूर्यनमस्कार = १२ आसन + १२ सूर्य नाम जप + Appropriate पूरक,रेचक,कुम्भक
It is worship, not mere exercise.
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योग
योग यदि सार्थक रूप में कर रहे हो तो और कोई सिद्धि नहीं तो चिरकाल स्वस्थ शरीर और मन तो मिलेगा ही! यम नियम से सार्थक योग!
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