कर्म कांड के अनेक भौतिक और मानसिक लाभ है ! कुतर्क से ऊपर उठो, हीन भावना से ऊपर उठो, अपनी शिक्षित कुंठित बुद्धि के ऊपर, श्रद्धा से व्यक्तिगत पूजा पाठ अचूक करो ! सावधान ! आधुनिक शिक्षण ले रहे आपके बच्चों को सिखाया जाता है की यह कर्मकांड और पूजा पाठ सब ढकोसला है! नित्य साधना से चूकना, उससे बड़ा मानवीय जीवन का कोई दुर्भाग्य नहीं !
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आधुनिक विज्ञान के शोधकर्ताओं ने कहा कि सूर्योदय और सूर्यास्त के तरंग Wavelengths का मस्तिष्क केंद्रों पर सबसे अधिक प्रभाव पड़ता है जो हमारी जैविक घड़ी(circadian clocks) और हमारे मनोभावों(mood) और शरीरी और मानसिक सतर्कता को नियंत्रित करते हैं।
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भारतीय बने रहने में स्वास्थ्य और सुखी जीवनकी कुंजी है…कर्मकांड, मुहूर्त, संध्या…करो…मानो या फिर अपनी शिक्षित और rational होने की अकड़ में रोग और प्रभावहीन जीवन रूपी नरक भुक्तो!
जागो मित्रों ! ब्रह्ममुहूर्त में उठना प्रारंभ करो !